Current Date: 22 Nov, 2024

आया फागुन रंग

- Preeti Singh


आया फागुन रंग रंगीला मौसम है छैल छबीला हर दिल में मस्ती छायी धरती और अंबर गीला 
चले सनन सनन संग मंद पवन पुरवाई हाय आयी झूम के होली की प्यारी रुत आयी है 

फागुन की रुत आयी खाटू में भीड़ लगी भारी दूर दूर से चलकर आते है नर और नारी 
कोई रंग अबीर लगाए कोई मस्ती में लहराए कोई ढोल नगाड़े बजाये श्री श्याम की जय जय गाये 
बोलो श्याम  प्यारे की जय खाटू वाले श्याम बिहारी कलयुग के हो तुम अवतारी 
जो भी आया शरण तुम्हरी रे सांवरा सांवरा सांवरा 

बोल खाटू नरेश की जय 

बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले सबके बिगड़े काम बनाते बनके तुम रखवाले 
बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले 

बाबा तेरी खाटू नगरी विशाल है बाबा तेरी भक्तो की भीड़  यहाँ लगती अपार है 
बाबा तेरी मर्जी के आगे पत्ता ना हिलता यहाँ खाटू वाले श्याम बिहारी कलयुग के हो तुम अवतारी 
जो भी आया शरण तुम्हरी रे सांवरा सांवरा सांवरा 

शीश के दानी की जय बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले 
तेरे बिन भक्तो को बाबा आगे कौन संभाले बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले 

दिन दुखियो से ककरता तू प्यार है सेठो का सेठ ये श्याम सरकार है 
जो भी आया दर पे तुम्हारे भरता तू झोली सदा खाटू वाले श्याम बिहारी कलयुग के हो तुम अवतारी 
जो भी आया शरण तुम्हरी रे सांवरा सांवरा सांवरा 

बोल हारे के सहारे की जय बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले 
कलयुग में देवो में बाबा तुम हो देव निराले बाबा खाटू वाले बाबा लीले वाले 

फागण की मेले में हमको बुलाले सज्जन को बाबा तू अपना बना ले 
शीश का दानी दरश दिखा दे मुझको तो सांवरा खाटू वाले श्याम बिहारी कलयुग के हो तुम अवतारी 
चले सनन सनन संग मंद पवन पुरवाई हाय आयी झूम के होली की प्यारी रुत आयी है 

श्याम के संग में होली खेलेंगे सबके मन में आयी रंग गुलाल अबीर लगाने टोलिया है आयी 
कोई आज अकेला आया कोई परिवार संग लाया मन में उमंग और जोश भरे कोई दूर दराज से आया 
चले सनन सनन संग मंद पवन पुरवाई हाय झूम के होली की प्यारी रुत आयी है 

सब नगर मोहल्ले देखो है रंग बिरंगे लगते मेरे श्याम के रंग में देखो है रंगीले से लगते 
है प्रीति प्रेम का सागर ये बात सभी में उजागर हो दीप निराश भला क्यों चरणों में उनके आकर 
चले सनन सनन संग मंद पवन पुरवाई हाय झूम के होली की प्यारी रुत आयी है 
 

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