🎵ॐ जय शिव ओंकारा🎵
🙏 गायक: प्रेमभूषण जी महाराज
🎼 गीत: पारंपरिक
विवरण:
ॐ जय शिव ओंकारा एक अद्भुत भजन है, जिसे प्रेमभूषण जी महाराज ने गाया है। इस भजन में भगवान शिव के विभिन्न रूपों, उनकी त्रिगुणात्मक शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव के रूप में उनके अद्वितीय स्वरूप का बखान किया गया है। शिव की महिमा, उनकी भक्ति और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह भजन भगवान शिव के परम रूप और उनकी सर्वव्यापकता को समझाता है।
गीत के बोल:
ॐ जय शिव ओंकारा,
स्वामी जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,
अर्द्धांगी धारा ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
एकानन चतुरानन
पंचानन राजे ।
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
दो भुज चार चतुर्भुज
दसभुज अति सोहे ।
त्रिगुण रूप निरखते
त्रिभुवन जन मोहे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
अक्षमाला वनमाला,
मुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै,
भाले शशिधारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
श्वेताम्बर पीताम्बर
बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक
भूतादिक संगे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
कर के मध्य कमंडल
चक्र त्रिशूलधारी ।
सुखकारी दुखहारी
जगपालन कारी ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर में शोभित
ये तीनों एका ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
सुख संपति पावे ॥
ॐ जय शिव ओंकारा ॥
Credit Details :
Song: Om Jai Shiv Omkara
Singer: Prembhushan Ji Maharaj
Lyrics: Traditional
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