आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
भगत है आया बुलाने गुरूजी
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
मेरे गुरुवर थे आ जाओ
आया हु पड़गाहन को
अत्रों अत्रों तिष्ठो तिष्ठो
कहकर तुम्हे मनाऊ में
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
उच्चासन पर आन विराजो
चरण कमल में पखारू जी
नवधा भक्ति करके गुरुवर
अष्टद्रव्य चढ़ाउ में
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
भगत है आया बुलाने गुरूजी
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
करके पूजन थारी गुरुवर
भवसागर तर जाऊ में
तन मन शुद्धि वचन में शुद्धि
धर आहार कराऊ में
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
भगत है आया बुलाने गुरूजी
आओ जी आओ गुरुदेव म्हारे आंगणा
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