M:- नमन करे हम रेवा ना चरणों में हम शीश झुकाये
जय जय हो वे मात नर्मदे
F:- जय जय करूँ भवानी माई भूल चूक जो भी हो जाए
M:- करना मैया क्षमा प्रदान जय जय हो वे बम बम भोले
F:- जय जय करूँ अंजनी माई अब छोटी सी लिखूं कहानी
M:- रामचंद्र का ध्यान लगाए श्री कृष्ण जी देना सहारा
F:- पुरे कर देना अरमान श्री कृष्ण जी देना सहारा
M:- श्री कृष्ण जी देना सहारा पुरे कर देना अरमान
मात पिता और भाई बहनो
F:- सुनना भैया ध्यान लगाए लिख बेनाम बनावै आल्हा
M:- साहू कल्पना गा के सुनाये एक समय शिव शंकर भोला
F:- बिया बाण जंगल में जाए छोड़ शिखर में पारवती को
M:- घोर तपस्या की है आये बीत गए कितने दिन ऐसे
F:- शिव की लीला कही ना जाए बीत गए कितने दिन ऐसे
M:- बीत गए कितने दिन ऐसे शिव की लीला कही ना जाए
तीन लोक के देवता देखे
F:- मन में चिंता रही समाये भजन करे सुर नर मुनि ज्ञानी
M:- नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये खुली समाधि है भोले की
F:- चौदस देख के नजर पसार मस्तक से जब बहा पसीना
M:- पोछ पसीना शिव त्रिपुरार मस्तक से जब बहा पसीना
F:- पोछ पसीना शिव त्रिपुरार मस्तक से जब बहा पसीना
M:- मस्तक से जब बहा पसीना पोछ पसीना शिव त्रिपुरार
दिव्य रूप धर कन्या प्रगटी
F:- जिसका था अद्भुत अवतार रेवा नाम पड़ा कन्या का
M:- नमन करे जिसको संसार हाथ जोड़ के रेवा बोली
F:- बोली अमृत सी बौछार किस कारन से मै जन्मी हूँ
M:- आज्ञा हो तो करो अबार आशीर्वाद दिया शिव जी ने
F:- रेवा से कहे वचन उचार आशीर्वाद दिया शिव जी ने
M:- आशीर्वाद दिया शिव जी ने रेवा से कहे वचन उचार
जग तारण को तुम आयी हो
F:- रेवा करो जग कल्याण मात नर्मदे तुम कह लाओ
M:- पूजे तुमको जग कल्याण पाप हरो भक्तो के अपने
F:- जो जन करे तुम्हारा ध्यान नर के मत को चूर करो तुम
M:- यही है हर सच्ची पहचान अंतर्ध्यान हुए शिव भोले
F:- जा पहुंचे कैलाशी धाम अंतर्ध्यान हुए शिव भोले
M:- अंतर्ध्यान हुए शिव भोले जा पहुंचे कैलाशी धाम
सूना दई संक्षेप कहानी
F:- अब आगे का करू बखान करी तपस्या माँ रेवा ने
M:- जहाँ पर जंगल और पहाड़ डर भी त्याग दिया मैया ने
F:- बोले मोर चतुर सुजान चिता बाग़ तेंदुआ रिचुआ
M:- आगे पीछे करे बहार सेत मगर पर चली भवानी
F:- खोदत पर्वत और पहाड़ सेत मगर पर चली भवानी
M:- सेत मगर पर चली भवानी खोदत पर्वत और पहाड़
भारी बेग नर्मदा जी को
F:- जिनकी हो वे जय जयकार उसी समय अकाल पड़ा जब
M:- पानी किसी देश में नाये बून्द बून्द को प्राणी तरसे
F:- प्यासे रहे सभी तड़पाये सुर नर मुनि सब देव घबराने
M:- सबको रहो है कंठ सुखाये करी प्रार्थना है मैया से
F:- मात हमारी करो सहाये करी प्रार्थना है मैया से
M:- करी प्रार्थना है मैया से मात हमारी करो सहाये
व्याकुल है सब बिन पानी से
F:- अब दुःख और सहो ना जाए सुनकर विनती माँ भक्तो की
M:- हो गई ख़ुशी नर्मदा माये पावन धाम अमर कंटक है
F:- जहाँ से प्रगटी रेवा माये बंस बिरासे बह गई धारा
M:- माँ की महिमा अपरम्पार मंगला और बरमान घाट है
F:- आई पर्वत खोद पहाड़ मंगला और बरमान घाट है
M:- मंगला और बरमान घाट है आई पर्वत खोद पहाड़
समतल कर दे टीले टिकरा
F:- देख चकित भये नर नार बेग भयंकर माँ रेवा का
M:- सकल जगत की तारण हार पूजन करे पुजारी पंडा
F:- मैया मंद मंद मुस्काये संकट हरनी मंगल करनी
M:- तारण तरनि रेवा माये सूर्य कुंड और घाट सेठानी
F:- धारा लहर लहर लहराए सूर्य कुंड और घाट सेठानी
M:- सूर्य कुंड और घाट सेठानी धारा लहर लहर लहराए
गांव शहर के नर और नारी
F:- मन में फुले नहीं समाये बड़े बड़े योगी सन्यासी
M:- घाट घाट जप करते आये माला जपे नाम के तुम्हरी
F:- पल पल धरो तुम्हारो ध्यान धन्य धन्य हे माई नर्मदा
M:- मैया करो जगत कल्याण धुनि लगी है संतो की यहाँ
F:- भूमि तो ले लाल निसान धुनि लगी है संतो की यहाँ
M:- धुनि लगी है संतो की यहाँ भूमि तो ले लाल निसान
नाव चले सज धज पानी में
F:- रेवा अजब तुम्हारी शान भीड़ लगी भक्तो की दर्श को
M:- डुबकी मार रहे नर नार द्वार घाट में मेला लागों
F:- किस्म किस्म को बीके सामान घाट गिलहरी बद्रीनाथ को
M:- है अद्भुत शंकर भगवान् गीता धाम बनो अति सुन्दर
F:- रथ हाँके के सब गुणगान गीता धाम बनो अति सुन्द
M:- गीता धाम बनो अति सुन्दर रथ हाँके के सब गुणगान
अर्जुन के हरी बने सारथी
F:- बैठे ध्वजा लिए हनुमान बन्दे कूदनी कूदे बन्दर
M:- यहाँ की सोभा बड़ी महान द्वार घात में फूल सीरत है
F:- पंडित पोथी पढ़े बखान क्रिया करम कराये सबरे
M:- बेटा करे पिता को दान हित कुटुंब मुंडन कर बाबे
F:- माँ रेवा में करे स्नान हित कुटुंब मुंडन कर बाबे
M:- हित कुटुंब मुंडन कर बाबे माँ रेवा में करे स्नान
भेड़ा घाट नर्मदा जी में
F:- सुन्दर बनो लम्हेटा घाट दूर दूर से यात्री आते
M:- मैया नर्मदा करे कल्याण पंचवटी और घाट सरस्वती
F:- चौसट योगनी दे वरदान मंदिर बन देवी देवतन को
M:- चतुरा करे आन पहचान चरनन फूल चढ़े मैया के
F:- रेवा जल से हो स्नान चरनन फूल चढ़े मैया के
M:- चरनन फूल चढ़े मैया के रेवा जल से हो स्नान
द्वार घाट तिलबारा घाट में
F:- यहाँ पे बनते बिगड़े काम जो आस लगा के आता
M:- माई नर्मदा करे सहाये भेड़ा घाट की महिमा न्यारी
F:- महिमा गावे वेद पुराण पाप नाशनी दुःख हारनी
M:- महिमा तुम्हरी कही ना जाए भेद भाव ना रखे किसी से
F:- भक्ति का सबको अधिकार भेद भाव ना रखे किसी से
M:- भेद भाव ना रखे किसी से भक्ति का सबको अधिकार
जिसने शिव की करी है पूजा
F:- उसके सदा भरे भंडार शिव शंकर की महिमा न्यारी
M:- शिव है विपद विनाशक हार शिव बिन यज्ञ ना पूरन होते
F:- कहते वेद पुराण उचार शिवलिंग में शिव सदा विराजे
M:- मात पिता सुनना चीत धार रावण ने की शिव की पूजा
F:- बल शक्ति दे दी त्रिपुरार रावण ने की शिव की पूजा
M:- रावण ने की शिव की पूजा बल शक्ति दे दी त्रिपुरार
शिव की पूजा के ब्रह्मा ने
F:- वेद दिए शिव जी ने चार शिव की पूजा की विष्णु ने
M:- मिली लक्ष्मी सुन्दर नार बाणासुर ने करी तपस्या
F:- उसको दे दिए भुजा हजार पशुराम ने की शिव भक्ति
M:- शिव ने दी है तीर कमान ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही
F:- दे दिए दुनिया के भंडार ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही
M:- ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही दे दिए दुनिया के भंडार
ऐसे भगय कुबेर के जागे
F:- हुयी अक्षणि जिनकी नार शिव से सेवा छोड़ के भक्तो
M:- भोगा ना लेना दुःख अपार घर घर में शिव पूजा होते
F:- शिव का दिन प्यारा सोमवार शिवलिंग पूजा करे भवानी
M:- जिन्हे मिले भोले भंडार कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल
F:- कोई चढ़ावे फूल और हार कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल
M:- कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल कोई चढ़ावे फूल और हार
कोई चढ़ावे बेलपत्री
F:- कोई भंग करे तैयार जबलपुर है शहर अनोखा
M:- ज्ञानी ध्यानी करो विचार तपो भूमि है ऋषि मुनियो की
F:- जहां पर बहे नर्मदा धार बड़े बड़े साधु सन्यासी
M:- शिव चरणों में माता दार उमा घाट और घाट जलहरी
F:- भोले बैठे आसान मार उमा घाट और घाट जलहरी
M:- उमा घाट और घाट जलहरी भोले बैठे आसान मार
माई नर्मदा का निर्मल जल
F:- शिव पिंडी पर रहे है डाल नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये
M:- भक्त करे सब जय जयकार चित्रकूट है तीर्थ सुहाना
F:- गोदावरी दर्शन की धार हुआ आगमन भक्त जनो का
M:- जय जय कार करे नर नार तपो भूमि है ऋषि मुनियों की
F:- पशु पक्षी सब करे किलोर साहू आया शरण तुम्हारी
M:- उमा घाट और घाट जलहरी भोले बैठे आसान मार
माई नर्मदा का निर्मल जल
F:- शिव पिंडी पर रहे है डाल नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये
M:- भक्त करे सब जय जयकार चित्रकूट है तीर्थ सुहाना
F:- गोदावरी दर्शन की धार हुआ आगमन भक्त जनो का
M:- जय जय कार करे नर नार तपो भूमि है ऋषि मुनियों की
F:- पशु पक्षी सब करे किलोर
F/M:- साहू आया कल्पना आयी भोले क्षमा कर दइयो मोर
भोले क्षमा कर दइयो मोर भोले क्षमा कर दइयो मोर
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