Current Date: 17 Nov, 2024

नर्मदा मैया की आल्हा

- Vinod sahu, kalpana sen


M:-        नमन करे हम रेवा ना चरणों में हम शीश झुकाये 
जय जय हो वे मात नर्मदे 
F:-        जय जय करूँ भवानी माई भूल चूक जो भी हो जाए 
M:-        करना मैया क्षमा प्रदान जय जय हो वे बम बम भोले 
F:-        जय जय करूँ अंजनी माई अब छोटी सी लिखूं कहानी 
M:-        रामचंद्र का ध्यान लगाए श्री कृष्ण जी देना सहारा 
F:-        पुरे कर देना अरमान श्री कृष्ण जी देना सहारा 

M:-        श्री कृष्ण जी देना सहारा पुरे कर देना अरमान 
मात पिता और भाई बहनो 
F:-        सुनना भैया ध्यान लगाए लिख बेनाम बनावै आल्हा 
M:-        साहू कल्पना गा के सुनाये एक समय शिव शंकर भोला 
F:-        बिया बाण जंगल में जाए छोड़ शिखर में पारवती को 
M:-        घोर तपस्या की है आये बीत गए कितने दिन ऐसे 
F:-        शिव की लीला कही ना जाए बीत गए कितने दिन ऐसे

M:-        बीत गए कितने दिन ऐसे शिव की लीला कही ना जाए
        तीन लोक के देवता देखे 
F:-        मन में चिंता रही समाये भजन करे सुर नर मुनि ज्ञानी
M:-        नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये खुली समाधि है भोले की 
F:-        चौदस देख के नजर पसार मस्तक से जब बहा पसीना 
M:-        पोछ पसीना शिव त्रिपुरार मस्तक से जब बहा पसीना 
F:-        पोछ पसीना शिव त्रिपुरार मस्तक से जब बहा पसीना

M:-        मस्तक से जब बहा पसीना पोछ पसीना शिव त्रिपुरार
        दिव्य रूप धर कन्या प्रगटी  
F:-        जिसका था अद्भुत अवतार रेवा नाम पड़ा कन्या का 
M:-        नमन करे जिसको संसार हाथ जोड़ के रेवा बोली 
F:-        बोली अमृत सी बौछार किस कारन से मै जन्मी हूँ 
M:-        आज्ञा हो तो करो अबार आशीर्वाद दिया शिव जी ने 
F:-        रेवा से कहे वचन उचार आशीर्वाद दिया शिव जी ने

M:-        आशीर्वाद दिया शिव जी ने रेवा से कहे वचन उचार
        जग तारण को तुम आयी हो
F:-        रेवा करो जग कल्याण मात नर्मदे तुम कह लाओ 
M:-        पूजे तुमको जग कल्याण पाप हरो भक्तो के अपने 
F:-        जो जन करे तुम्हारा ध्यान नर के मत को चूर करो तुम 
M:-        यही है हर सच्ची पहचान अंतर्ध्यान हुए शिव भोले 
F:-        जा पहुंचे कैलाशी धाम अंतर्ध्यान हुए शिव भोले

M:-        अंतर्ध्यान हुए शिव भोले जा पहुंचे कैलाशी धाम
        सूना दई संक्षेप कहानी 
F:-        अब आगे का करू बखान करी तपस्या माँ रेवा ने 
M:-        जहाँ पर जंगल और पहाड़ डर भी त्याग दिया मैया ने 
F:-        बोले मोर चतुर सुजान चिता बाग़ तेंदुआ रिचुआ 
M:-        आगे पीछे करे बहार सेत मगर पर चली भवानी 
F:-        खोदत पर्वत और पहाड़ सेत मगर पर चली भवानी

M:-        सेत मगर पर चली भवानी खोदत पर्वत और पहाड़
        भारी बेग नर्मदा जी को 
F:-        जिनकी हो वे जय जयकार उसी समय अकाल पड़ा जब 
M:-        पानी किसी देश में नाये बून्द बून्द को प्राणी तरसे 
F:-        प्यासे रहे सभी तड़पाये सुर नर मुनि सब देव घबराने 
M:-        सबको रहो है कंठ सुखाये करी प्रार्थना है मैया से 
F:-        मात हमारी करो सहाये  करी प्रार्थना है मैया से

M:-        करी प्रार्थना है मैया से मात हमारी करो सहाये  
        व्याकुल  है सब बिन पानी से 
F:-        अब दुःख और सहो ना जाए सुनकर विनती माँ भक्तो की 
M:-        हो गई ख़ुशी नर्मदा माये पावन धाम अमर कंटक है 
F:-        जहाँ से प्रगटी रेवा माये बंस बिरासे बह गई धारा 
M:-        माँ की महिमा अपरम्पार मंगला और बरमान घाट है 
F:-        आई पर्वत खोद पहाड़ मंगला और बरमान घाट है

M:-        मंगला और बरमान घाट है आई पर्वत खोद पहाड़
        समतल कर दे टीले टिकरा 
F:-        देख चकित भये नर नार बेग भयंकर माँ रेवा का 
M:-        सकल जगत की तारण हार पूजन करे पुजारी पंडा 
F:-        मैया मंद मंद मुस्काये संकट हरनी मंगल करनी 
M:-        तारण तरनि रेवा माये सूर्य कुंड और घाट सेठानी 
F:-        धारा लहर लहर लहराए सूर्य कुंड और घाट सेठानी

M:-        सूर्य कुंड और घाट सेठानी धारा लहर लहर लहराए
        गांव शहर के नर और नारी 
F:-        मन में फुले नहीं समाये बड़े बड़े योगी सन्यासी 
M:-        घाट घाट जप करते आये माला जपे नाम के तुम्हरी 
F:-        पल पल धरो तुम्हारो ध्यान धन्य धन्य हे माई नर्मदा 
M:-        मैया करो जगत कल्याण धुनि लगी है संतो की यहाँ 
F:-        भूमि तो ले लाल निसान  धुनि लगी है संतो की यहाँ

M:-        धुनि लगी है संतो की यहाँ भूमि तो ले लाल निसान  
        नाव चले सज धज पानी में 
F:-        रेवा अजब तुम्हारी शान भीड़ लगी भक्तो की दर्श को 
M:-        डुबकी मार रहे नर नार द्वार घाट में मेला लागों
F:-        किस्म किस्म को बीके सामान घाट गिलहरी बद्रीनाथ को 
M:-        है अद्भुत शंकर भगवान् गीता धाम बनो अति सुन्दर 
F:-        रथ हाँके के सब गुणगान गीता धाम बनो अति सुन्द

M:-        गीता धाम बनो अति सुन्दर रथ हाँके के सब गुणगान
        अर्जुन के हरी बने सारथी
F:-        बैठे ध्वजा लिए हनुमान बन्दे कूदनी कूदे बन्दर 
M:-        यहाँ की सोभा बड़ी महान द्वार घात में फूल सीरत है 
F:-        पंडित पोथी पढ़े बखान क्रिया करम कराये सबरे 
M:-        बेटा करे पिता  को दान हित कुटुंब मुंडन कर बाबे
F:-        माँ रेवा में करे स्नान हित कुटुंब मुंडन कर बाबे

M:-        हित कुटुंब मुंडन कर बाबे माँ रेवा में करे स्नान
        भेड़ा घाट नर्मदा जी में 
F:-        सुन्दर बनो लम्हेटा घाट दूर दूर से यात्री आते 
M:-        मैया नर्मदा करे कल्याण पंचवटी और घाट सरस्वती 
F:-        चौसट योगनी दे वरदान मंदिर बन देवी देवतन को 
M:-        चतुरा करे आन पहचान चरनन फूल चढ़े मैया के 
F:-        रेवा जल से हो स्नान चरनन फूल चढ़े मैया के

M:-        चरनन फूल चढ़े मैया के रेवा जल से हो स्नान
        द्वार घाट तिलबारा घाट में 
F:-        यहाँ पे बनते बिगड़े काम जो आस लगा के आता 
M:-        माई नर्मदा करे सहाये भेड़ा घाट की महिमा न्यारी 
F:-        महिमा गावे वेद पुराण पाप नाशनी दुःख हारनी 
M:-        महिमा तुम्हरी कही ना जाए भेद भाव ना रखे किसी से 
F:-        भक्ति का सबको अधिकार भेद भाव ना रखे किसी से

M:-        भेद भाव ना रखे किसी से भक्ति का सबको अधिकार
        जिसने शिव की करी है पूजा 
F:-        उसके सदा भरे भंडार शिव शंकर की महिमा न्यारी 
M:-        शिव है विपद विनाशक हार शिव बिन यज्ञ ना पूरन होते 
F:-        कहते वेद पुराण उचार शिवलिंग में शिव सदा विराजे 
M:-        मात पिता सुनना चीत धार रावण ने की शिव की पूजा 
F:-        बल शक्ति दे दी त्रिपुरार रावण ने की शिव की पूजा

M:-        रावण ने की शिव की पूजा     बल शक्ति दे दी त्रिपुरार    
        शिव की पूजा के ब्रह्मा ने 
F:-        वेद दिए शिव जी ने चार शिव की पूजा की विष्णु ने 
M:-        मिली लक्ष्मी सुन्दर नार बाणासुर ने करी तपस्या 
F:-        उसको दे दिए भुजा हजार पशुराम ने की शिव भक्ति 
M:-        शिव ने दी है तीर कमान ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही 
F:-        दे दिए दुनिया के भंडार ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही

M:-        ऐसी भक्ति कुबेर ने किन्ही दे दिए दुनिया के भंडार
        ऐसे भगय कुबेर के जागे 
F:-        हुयी अक्षणि जिनकी नार शिव से सेवा छोड़ के भक्तो 
M:-        भोगा ना लेना दुःख अपार घर घर में शिव पूजा होते 
F:-        शिव का दिन प्यारा सोमवार शिवलिंग पूजा करे भवानी 
M:-        जिन्हे मिले भोले भंडार कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल 
F:-        कोई चढ़ावे फूल और हार कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल

M:-        कोई चढ़ावे ध्वजा नारियल कोई चढ़ावे फूल और हार
        कोई चढ़ावे बेलपत्री 
F:-        कोई भंग करे तैयार जबलपुर है शहर अनोखा 
M:-        ज्ञानी ध्यानी करो विचार तपो भूमि है ऋषि मुनियो की 
F:-        जहां पर बहे नर्मदा धार बड़े बड़े साधु सन्यासी 
M:-        शिव चरणों में माता दार उमा घाट और घाट जलहरी 
F:-        भोले बैठे आसान मार उमा घाट और घाट जलहरी

M:-        उमा घाट और घाट जलहरी भोले बैठे आसान मार
        माई नर्मदा का निर्मल जल 
F:-        शिव पिंडी पर रहे है डाल नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये 
M:-        भक्त करे सब जय जयकार चित्रकूट है तीर्थ सुहाना 
F:-        गोदावरी दर्शन की धार हुआ आगमन भक्त जनो का 
M:-        जय जय कार करे नर नार तपो भूमि है ऋषि मुनियों की 
F:-        पशु पक्षी सब करे किलोर साहू आया शरण तुम्हारी

M:-        उमा घाट और घाट जलहरी भोले बैठे आसान मार
माई नर्मदा का निर्मल जल 
F:-        शिव पिंडी पर रहे है डाल नमः शिवाये ॐ नमः शिवाये 
M:-        भक्त करे सब जय जयकार चित्रकूट है तीर्थ सुहाना 
F:-        गोदावरी दर्शन की धार हुआ आगमन भक्त जनो का 
M:-        जय जय कार करे नर नार तपो भूमि है ऋषि मुनियों की 
F:-        पशु पक्षी सब करे किलोर
F/M:-         साहू आया कल्पना आयी भोले क्षमा कर दइयो मोर 
 भोले क्षमा कर दइयो मोर  भोले क्षमा कर दइयो मोर

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