Current Date: 22 Nov, 2024

आदि शक्ति हो गया

- Satyandra Pathak


M:-        आदि शक्ति का हो गया शुभ नवरात्रा  आरम्भ 
आदि शक्ति का हो गया शुभ नवरात्रा आरम्भ 
घर घर में है हो गया पूजा व्रत प्रारम्भ भक्तो प्रारम्भ

M:-        गली गली में हो रही माँ की जय जयकार 
गली गली में हो रही माँ की जय जयकार 
नो दिन माँ की भक्ति में डूब गया संसार भक्तो डूब गया संसार 

M:-        भक्त चढ़ाते नारियल चुनरी पुष्प शृंगार
भक्त चढ़ाते नारियल चुनरी पुष्प शृंगार
माता अपने भक्त पर सदा लुटाती प्यार भक्तो  सदा लुटाती प्यार 

M:-        शैलपुत्री ब्रह्मचारणी चन्द्रे घण्टेती काली रात 
शैलपुत्री ब्रह्मचारणी चन्द्रे घण्टेती काली रात 
कुष्मांडा कात्यानी गौरी स्कन्द सिद्धि दात्री भक्तो गौरी स्कन्द सिद्धि दात्री 

M:-        नो रूप में माँ करे इस जग का उद्धार   
नो रूप में माँ करे इस जग का उद्धार   
माँ के अद्भुत रूप को सब जन रहे निहार भक्तो सब जन रहे निहार 

M:-        हिमालय की है सुता शैलपुत्री कहलाये 
हिमालय की है सुता शैलपुत्री कहलाये 
हो कर वृषभ  सवार माँ जग को करे सुभाये भक्तो  जग को करे सुभाये 

M:-        शिव का नाम जपे सदा लगा चरण में ध्यान 
शिव का नाम जपे सदा लगा चरण में ध्यान 
ब्रह्मा ने खुश हो दिया ब्रहमचारणी नाम भक्तो ब्रहमचारणी नाम

M:-        दुष्टो करती दलन सिंह पे हो के सवार 
दुष्टो करती दलन सिंह पे हो के सवार 
चंद्रघंटा माँ दर्शन दे सुन भक्तो की पुकार भक्तो सुन भक्तो की पुकार 

M:-        कुष्मांडा माँ की कृपा से है बना ब्रह्माण्ड 
कुष्मांडा माँ की कृपा से है बना ब्रह्माण्ड 
रोग दोष माँ दूर करे जो करे इनका ध्यान भक्तो जो करे इनका ध्यान 

M:-        कमल पुष्प में सोभती सदा ही स्कन्द मात 
कमल पुष्प में सोभती सदा ही स्कन्द मात 
पुत्र कार्तिके गोद में सदा विराजे साथ भक्तो सदा विराजे साथ

M:-        कात्यानी ऋषि ने किया भीषण तप एक बार 
कात्यानी ऋषि ने किया भीषण तप एक बार 
माँ पुत्री के रूप लिया वहां अवतार भक्तो लिया वहां अवतार 

M:-        महिषासुर का वध किया धर कात्यानी रूप 
महिषासुर का वध किया धर कात्यानी रूप
भक्तो को मोहित करे माँ का रूप अनूप भक्तो माँ का रूप अनूप

M:-        काली रात की ही तरह इनका रूप विकराल 
काली रात की ही तरह इनका रूप विकराल 
दुष्टों  खातिर सदा बन जाती है काल भक्तो बन जाती है काल 

M:-        स्वेत बैल पे सोभति सदा माँ गौरी मात 
स्वेत बैल पे सोभति सदा माँ गौरी मात 
स्वेत वस्त्र धारण करे विश्व में है विख्यात भक्तो विश्व में है विख्यात

M:-        कमल आसन में विराजती है है माता सिद्धिदात्री 
कमल आसन में विराजती है है माता सिद्धिदात्री 
सेवा में सब सिद्धि माँ होती इनकी प्राप्ति होती इनकी प्राप्ति 

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