Current Date: 18 Nov, 2024

 आदि काल से कह रहे

- Sonali Dutta


F:-    आदि काल से कह रहे सारे वेद पुराण  
    त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :-     त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2    
           1
F:-    रक्त बीज का वध करने को
कोरस :-        रक्त बीज का वध करने को
F:-    पाप धरा से कम करने को
कोरस:-    पाप धरा से कम करने को
F:-    काली बन गयी गौरा मैया
कोरस :-        काली बन गयी गौरा मैया
F:-    रण में पहुंची गौरा मैया
कोरस :-        रक्तबीज से भीड़ गयी काली
F:-    दुश्मन के दल कर दिए खाली
कोरस :-        दुश्मन के दल कर दिए खाली
F:-    गल में डाली मुंड की माला
कोरस :-        गल में डाली मुंड की माला
F:-    रक्तबीज का वध कर डाला
कोरस :-        रक्तबीज का वध कर  डाला
F:-    माँ का बढ़ गया क्रोध अपारा
कोरस :-        माँ का बढ़ गया क्रोध अपारा
F:-    आंखे हो गयी लाल अंगारा
कोरस :-         आंखे हो गयी लाल अंगारा
F:-    डाटे से भी डटे ना काली
कोरस :-        डाटे से भी डटे ना काली
F:-    रण भूमि से हटे ना काली
कोरस :-        रण भूमि से हटे ना काली
F:-    आये भोले शरण देवता
कोरस :-        आये भोले शरण देवता
F:-    लागे विनती करन देवता
कोरस :-        लागे विनती करन देवता
F:-    अशांत हुआ मन माँ काली का
कोरस :-        अशांत हुआ मन माँ काली का
F:-    गुस्सा शांत करो काली का
कोरस :-        गुस्सा शांत करो कालीका

F:-           गुस्सा ठंडा करने बैठे चरणों में भगवान 
    त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दयानिधान 
कोरस :-     त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2    
                                     2
F:-    गौरा बोली एक दिन शिव से 
कोरस :-    गौरा बोली एक दिन शिव से
F:-    कब छुटकारा होगा दुःख से 
कोरस :-    कब छुटकारा होगा दुःख से
F:-    ब्रह्माणी रहे ब्रह्मपुरी में  
कोरस :-    ब्रह्माणी रहे ब्रह्मपुरी में  
F:-    इन्द्राणी रहे इंद्रपूरी में 
कोरस :-    इन्द्राणी रहे इंद्रपूरी में
F:-    क्षीर भवन में लक्ष्मी रहती 
कोरस :-    क्षीर भवन में लक्ष्मी रहती
F:-    मैं पहाड़ो पे रोज भटकती 
कोरस :-    मैं पहाड़ो पे रोज भटकती
F:-    भोले मेरा दुःख मिटा दो 
कोरस :-    भोले मेरा दुःख मिटा दो
F:-    छोटा सा एक घर बनवादो
कोरस :-     छोटा सा एक घर बनवादो
F:-    विश्वकर्मा को शिव ने बुलाया 
कोरस :-    विश्वकर्मा को शिव ने बुलाया
F:-    फ़ौरन घर का हुक्म सुनाया
कोरस :-     फ़ौरन घर का हुक्म सुनाया
F:-    विश्वकर्मा ने हुक्म बजाया
कोरस :-      विश्वकर्मा ने हुक्म बजाया
F:-    सागर तट पे भवन बनाया 
कोरस :-      सागर तट पे भवन बनाया
F:-    ग्रह प्रवेश को ब्राह्मण आया
कोरस :-      ग्रह प्रवेश को ब्राह्मण आया
F:-    भवन देख के मन ललचाया 
कोरस :-      भवन देख के मन ललचाया
F:-    घर माँगा दक्षिणा के बदले  
कोरस :-      घर माँगा दक्षिणा के बदले  
F:-    भोले बाबा जरा ना हिचके 
कोरस :-      भोले बाबा जरा ना हिचके
F:-         बना बनाया घर ब्राह्मण को शिव ने कर दिया दान
    त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
 कोरस :-      त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान-2
                          3
F:-      युद्ध हुआ जब देव असुर में
कोरस :-      युद्ध हुआ जब देव असुर में
 F:-    हुए पराजित देव समर में
कोरस :-      हुए पराजित देव समर में
F:-    घबरा गए सब अपने मन में
कोरस :-      घबरा गए सब अपने मन में
F:-    जा पहुंचे विष्णु की शरण में
कोरस :-      जा पहुंचे विष्णु की शरण में
F:-    बोले विष्णु सुनो गौर से
कोरस :-      बोले विष्णु सुनो गौर से
F:-    कहना मत तुम किसी और से
कोरस :-      कहना मत तुम किसी और से

F:-    सागर का मंथन कर ली जे
कोरस :-      सागर का मंथन कर ली जे
F:-    निकल के अमृत सब पीली जे
कोरस :-      निकल के अमृत सब पीली जे
F:-    फिर ना कभी तुम मर पाओगे
कोरस :-      फिर ना कभी तुम मर पाओगे
F:-    अमर जगत में हो जाओगे
कोरस :-      अमर जगत में हो जाओगे
F:-    विष्णु जी की सुनकर वाणी
कोरस :-      विष्णु जी की सुनकर वाणी
F:-    देवो ने मंथन की ठानी
कोरस :-      देवो ने मंथन की ठानी
F:-    किया समुन्दर का जब मंथन
कोरस :-      किया समुन्दर का जब मंथन
F:-    निकल पड़ा बिष जानी दुश्मन
कोरस :-      निकल पड़ा बिष जानी दुश्मन
F:-    भूल गए सब सागर मंथन
कोरस :-      भूल गए सब सागर मंथन
F:-    कौन करे इस विष का सेवन
कोरस :-      कौन करे इस विष का सेवन
F:-          भक्तो की रक्षा के लिए किया विष का पान 
    त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान 
कोरस :-      त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
                                            4
F:-       जब गंगा अवतार हुआ था
कोरस :-      जब गंगा अवतार हुआ था
F:-    भोले ने उपकार किया था
कोरस :-      भोले ने उपकार किया था
F:-    भगीरथ ने गंगा पूजी
कोरस :-      भगीरथ ने गंगा पूजी
F:-    उनसे भजन से गंगा रीझि
कोरस :-      उनसे भजन से गंगा रीझि
F:-    गंगा बोली सुनो भगीरथ
कोरस :-      गंगा बोली सुनो भगीरथ
F:-    पूर्ण करू में तेरा मनोरथ
कोरस :-      पूर्ण करू में तेरा मनोरथ
F:-    लेकिन तीव्र है मेरी धारा
कोरस :-      लेकिन तीव्र है मेरी धारा
F:-    कौन संभाले वेग हमारा
कोरस :-      कौन संभाले वेग हमारा
F:-    तुम भोले को प्रसन्न कर लो
कोरस :-      तुम भोले को प्रसन्न कर लो
F:-     बाते सारी जाकर कर लो
कोरस :-      बाते सारी जाकर कर लो
F:-    आये भगीरथ शिव की शरण में
कोरस :-      आये भगीरथ शिव की शरण में
F:-    हुए समर्पण शिव के भजन में
कोरस :-      हुए समर्पण शिव के भजन में
F:-    बरसो की तपस्या भारी
कोरस :-      बरसो की तपस्या भारी
F:-    मान गए भोले भंडारी
कोरस :-      मान गए भोले भंडारी
F:-    गिरी स्वर्ग से गंगा धारा
कोरस :-      गिरी स्वर्ग से गंगा धारा
F:-    जटा बिच शंकर ने सवारा
कोरस :-      जटा बिच शंकर ने सवारा
F:-          शंकर जी ने भगीरथ का कर दिना कल्याण  
    त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान 
कोरस :-      त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
                                    5
F:-     भोले बाबा जग कृपालु
कोरस :-      भोले बाबा जग कृपालु
F:-    इनके जैसा नहीं दयालु
कोरस :-      इनके जैसा नहीं दयालु
F:-    मंगल करता भोले बाबा
कोरस :-      मंगल करता भोले बाबा
F:-    दुःख के हरता भोले बाबा
कोरस :-      दुःख के हरता भोले बाबा
F:-    ना कोई सिर पे मुकुट विराजे
कोरस :-      ना कोई सिर पे मुकुट विराजे
F:-    ना कोई गहने तन पे साजे
कोरस :-      ना कोई गहने तन पे साजे
F:-    ना कोई इनका सिंहासन है
कोरस :-      ना कोई इनका सिंहासन है
F:-    बाघम्बर का एक आसन है 
कोरस :-      बाघम्बर का एक आसन है
F:-    श्मशानों में शिव का बसेरा
कोरस :-      श्मशानों में शिव का बसेरा
F:-    ऊँचे पहाड़ो शिव का डेरा
कोरस :-      ऊँचे पहाड़ो शिव का डेरा
F:-    सारे तन पर भस्म रमाते
कोरस :-      सारे तन पर भस्म रमाते
F:-    श्री राम का ध्यान लगावे
कोरस :-      श्री राम का ध्यान लगावे
F:-    भोले है कैलाश के राजा
कोरस :-      भोले है कैलाश के राजा
F:-    भूत प्रेत के है महाराजा
कोरस :-      भूत प्रेत के है महाराजा
F:-    करते नंदी की असवारी
कोरस :-      करते नंदी की असवारी
F:-    कहे हकीकत राज अनाड़ी
कोरस :-      कहे हकीकत राज अनाड़ी

F:-       तीन लोक नौखंड में कोई इनके नहीं समान 
    त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :-      त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
 

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