F:- आदि काल से कह रहे सारे वेद पुराण
त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :- त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
1
F:- रक्त बीज का वध करने को
कोरस :- रक्त बीज का वध करने को
F:- पाप धरा से कम करने को
कोरस:- पाप धरा से कम करने को
F:- काली बन गयी गौरा मैया
कोरस :- काली बन गयी गौरा मैया
F:- रण में पहुंची गौरा मैया
कोरस :- रक्तबीज से भीड़ गयी काली
F:- दुश्मन के दल कर दिए खाली
कोरस :- दुश्मन के दल कर दिए खाली
F:- गल में डाली मुंड की माला
कोरस :- गल में डाली मुंड की माला
F:- रक्तबीज का वध कर डाला
कोरस :- रक्तबीज का वध कर डाला
F:- माँ का बढ़ गया क्रोध अपारा
कोरस :- माँ का बढ़ गया क्रोध अपारा
F:- आंखे हो गयी लाल अंगारा
कोरस :- आंखे हो गयी लाल अंगारा
F:- डाटे से भी डटे ना काली
कोरस :- डाटे से भी डटे ना काली
F:- रण भूमि से हटे ना काली
कोरस :- रण भूमि से हटे ना काली
F:- आये भोले शरण देवता
कोरस :- आये भोले शरण देवता
F:- लागे विनती करन देवता
कोरस :- लागे विनती करन देवता
F:- अशांत हुआ मन माँ काली का
कोरस :- अशांत हुआ मन माँ काली का
F:- गुस्सा शांत करो काली का
कोरस :- गुस्सा शांत करो कालीका
F:- गुस्सा ठंडा करने बैठे चरणों में भगवान
त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दयानिधान
कोरस :- त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
2
F:- गौरा बोली एक दिन शिव से
कोरस :- गौरा बोली एक दिन शिव से
F:- कब छुटकारा होगा दुःख से
कोरस :- कब छुटकारा होगा दुःख से
F:- ब्रह्माणी रहे ब्रह्मपुरी में
कोरस :- ब्रह्माणी रहे ब्रह्मपुरी में
F:- इन्द्राणी रहे इंद्रपूरी में
कोरस :- इन्द्राणी रहे इंद्रपूरी में
F:- क्षीर भवन में लक्ष्मी रहती
कोरस :- क्षीर भवन में लक्ष्मी रहती
F:- मैं पहाड़ो पे रोज भटकती
कोरस :- मैं पहाड़ो पे रोज भटकती
F:- भोले मेरा दुःख मिटा दो
कोरस :- भोले मेरा दुःख मिटा दो
F:- छोटा सा एक घर बनवादो
कोरस :- छोटा सा एक घर बनवादो
F:- विश्वकर्मा को शिव ने बुलाया
कोरस :- विश्वकर्मा को शिव ने बुलाया
F:- फ़ौरन घर का हुक्म सुनाया
कोरस :- फ़ौरन घर का हुक्म सुनाया
F:- विश्वकर्मा ने हुक्म बजाया
कोरस :- विश्वकर्मा ने हुक्म बजाया
F:- सागर तट पे भवन बनाया
कोरस :- सागर तट पे भवन बनाया
F:- ग्रह प्रवेश को ब्राह्मण आया
कोरस :- ग्रह प्रवेश को ब्राह्मण आया
F:- भवन देख के मन ललचाया
कोरस :- भवन देख के मन ललचाया
F:- घर माँगा दक्षिणा के बदले
कोरस :- घर माँगा दक्षिणा के बदले
F:- भोले बाबा जरा ना हिचके
कोरस :- भोले बाबा जरा ना हिचके
F:- बना बनाया घर ब्राह्मण को शिव ने कर दिया दान
त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :- त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान-2
3
F:- युद्ध हुआ जब देव असुर में
कोरस :- युद्ध हुआ जब देव असुर में
F:- हुए पराजित देव समर में
कोरस :- हुए पराजित देव समर में
F:- घबरा गए सब अपने मन में
कोरस :- घबरा गए सब अपने मन में
F:- जा पहुंचे विष्णु की शरण में
कोरस :- जा पहुंचे विष्णु की शरण में
F:- बोले विष्णु सुनो गौर से
कोरस :- बोले विष्णु सुनो गौर से
F:- कहना मत तुम किसी और से
कोरस :- कहना मत तुम किसी और से
F:- सागर का मंथन कर ली जे
कोरस :- सागर का मंथन कर ली जे
F:- निकल के अमृत सब पीली जे
कोरस :- निकल के अमृत सब पीली जे
F:- फिर ना कभी तुम मर पाओगे
कोरस :- फिर ना कभी तुम मर पाओगे
F:- अमर जगत में हो जाओगे
कोरस :- अमर जगत में हो जाओगे
F:- विष्णु जी की सुनकर वाणी
कोरस :- विष्णु जी की सुनकर वाणी
F:- देवो ने मंथन की ठानी
कोरस :- देवो ने मंथन की ठानी
F:- किया समुन्दर का जब मंथन
कोरस :- किया समुन्दर का जब मंथन
F:- निकल पड़ा बिष जानी दुश्मन
कोरस :- निकल पड़ा बिष जानी दुश्मन
F:- भूल गए सब सागर मंथन
कोरस :- भूल गए सब सागर मंथन
F:- कौन करे इस विष का सेवन
कोरस :- कौन करे इस विष का सेवन
F:- भक्तो की रक्षा के लिए किया विष का पान
त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :- त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
4
F:- जब गंगा अवतार हुआ था
कोरस :- जब गंगा अवतार हुआ था
F:- भोले ने उपकार किया था
कोरस :- भोले ने उपकार किया था
F:- भगीरथ ने गंगा पूजी
कोरस :- भगीरथ ने गंगा पूजी
F:- उनसे भजन से गंगा रीझि
कोरस :- उनसे भजन से गंगा रीझि
F:- गंगा बोली सुनो भगीरथ
कोरस :- गंगा बोली सुनो भगीरथ
F:- पूर्ण करू में तेरा मनोरथ
कोरस :- पूर्ण करू में तेरा मनोरथ
F:- लेकिन तीव्र है मेरी धारा
कोरस :- लेकिन तीव्र है मेरी धारा
F:- कौन संभाले वेग हमारा
कोरस :- कौन संभाले वेग हमारा
F:- तुम भोले को प्रसन्न कर लो
कोरस :- तुम भोले को प्रसन्न कर लो
F:- बाते सारी जाकर कर लो
कोरस :- बाते सारी जाकर कर लो
F:- आये भगीरथ शिव की शरण में
कोरस :- आये भगीरथ शिव की शरण में
F:- हुए समर्पण शिव के भजन में
कोरस :- हुए समर्पण शिव के भजन में
F:- बरसो की तपस्या भारी
कोरस :- बरसो की तपस्या भारी
F:- मान गए भोले भंडारी
कोरस :- मान गए भोले भंडारी
F:- गिरी स्वर्ग से गंगा धारा
कोरस :- गिरी स्वर्ग से गंगा धारा
F:- जटा बिच शंकर ने सवारा
कोरस :- जटा बिच शंकर ने सवारा
F:- शंकर जी ने भगीरथ का कर दिना कल्याण
त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :- त्रिपरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
5
F:- भोले बाबा जग कृपालु
कोरस :- भोले बाबा जग कृपालु
F:- इनके जैसा नहीं दयालु
कोरस :- इनके जैसा नहीं दयालु
F:- मंगल करता भोले बाबा
कोरस :- मंगल करता भोले बाबा
F:- दुःख के हरता भोले बाबा
कोरस :- दुःख के हरता भोले बाबा
F:- ना कोई सिर पे मुकुट विराजे
कोरस :- ना कोई सिर पे मुकुट विराजे
F:- ना कोई गहने तन पे साजे
कोरस :- ना कोई गहने तन पे साजे
F:- ना कोई इनका सिंहासन है
कोरस :- ना कोई इनका सिंहासन है
F:- बाघम्बर का एक आसन है
कोरस :- बाघम्बर का एक आसन है
F:- श्मशानों में शिव का बसेरा
कोरस :- श्मशानों में शिव का बसेरा
F:- ऊँचे पहाड़ो शिव का डेरा
कोरस :- ऊँचे पहाड़ो शिव का डेरा
F:- सारे तन पर भस्म रमाते
कोरस :- सारे तन पर भस्म रमाते
F:- श्री राम का ध्यान लगावे
कोरस :- श्री राम का ध्यान लगावे
F:- भोले है कैलाश के राजा
कोरस :- भोले है कैलाश के राजा
F:- भूत प्रेत के है महाराजा
कोरस :- भूत प्रेत के है महाराजा
F:- करते नंदी की असवारी
कोरस :- करते नंदी की असवारी
F:- कहे हकीकत राज अनाड़ी
कोरस :- कहे हकीकत राज अनाड़ी
F:- तीन लोक नौखंड में कोई इनके नहीं समान
त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान
कोरस :- त्रिपुरारी शिव जैसा ना कोई दया निधान -2
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