Current Date: 21 Nov, 2024

आ जाओ माँ जगराते में

- Tara Devi


आ जाओ माँ जगराते में अब रात गुजरने वाली है 
मेने मुकुट बनाया तुम्हारे लिए एक हार बनाया तुम्हारे लिए 
मैया कर लो श्रृंगार हमारे लिए अब रात गुजरने वाली है 
आ जाओ माँ जगराते में अब रात गुजरने वाली है 
मैं चुन चुन कालिया ले आयी एक हार बनाया तुम्हारे लिए 
आओ हार पेहेनलो अम्बे माँ अब रात गुजरने वाली है 
आ जाओ माँ जगराते में अब रात गुजरने वाली है 
सिंदूर भी लायी तुम्हारे लिए एक लाल चुनरिया तुम्हारे लिए 
आ जाओ मैया देर ना करो अब रात गुजरने वाली है 
आ जाओ माँ जगराते में अब रात गुजरने वाली है 
जगराते में है भीड़ बड़ी सारी दुनिया तकती राह तेरी 
आके दर्शन दे दो मात हमें अब रात गुजरने वाली है 
आ जाओ माँ जगराते में अब रात गुजरने वाली है 

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